समाज

समाज

मैं रात भर इसलिये जागता हूं,
क्योंकि मेरा समाज,
सो रहा है। 
B. R. Ambedkar

आज रात

आज रात

एक आदमी ने फेसबुक पे स्टेटस डाला, 
आज रात मैं छत पे सोऊँगा
फिर क्या…
100 मच्छरों ने लाईक कर दिया .. I
Happy Summer

रात भर

रात भर

सोच रहे है की कुछ ऐसा लिखे की वो रोए भी ना और पढ़कर रात भर सोए भी ना। .......